बेहतर स्वास्थ्य हममें से प्रत्येक की इच्छा होती है। लेकिन इसको कायम रखने के लिए हर कोई अपनी जीवनषैली पर उतना ध्यान नहीं दे पाता जितना देना चाहिए। यदि खादय पदार्थो की बात की जाए तो हम अपने खान पान में इतने सतर्क नहीं दिखते है जिससे हमें बहुत सी कठिनाईयों या यूं कहे बिमारियों का सामना करना पड़ जाता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि कई बार हमारे षरीर में ऐसे परिवर्तन होते है जिन्हे हम अनदेखा कर देते है और वहीं आगे चलकर बेहद घातक सिद्ध होते है। प्रोटीन की बात की जाए तो यह वैसे हम ज्यादातर अपने खादय पदार्थो से प्राप्त करते है लेकिन कई बार कुछ ऐसे बदलाव होते है जो हमें स्वयं को पता नहीं चलते है लेकिन वे प्रोटीन की कमी के संकेत होते है आईए जाने-
प्रोटीन
हमारे षरीर को हमेषा प्रोटीन की आवष्यकता रहती है। ये हमारे षरीर में ईटो के समान है। ये षरीर की कोषिकाओं और उतको केा बचाता है और उनकी मरम्मत करता है। जैसे त्वचा,मांसपेषियां,बाल,हडिडयां आदि। प्रोटीन असल में अमीनो अम्ल की कड़ियॉं होते हैं। ये कार्बन, ऑक्सीजन, और नाईट्रोजन से बने होते हैं। हमारा शरीर प्रोटीन के कई अमीनो अम्ल नहीं बना सकता, इसलिए यह जरूरी है कि ये हमारे आहार का हिस्सा हों। हममे से कुछ लोग ऐसे होते है जो प्रोटीन तब लेते है जब उनको जरूरत होती है जैसे कि व्यायाम या जिम करते हुए लेकिन यदि आप अपने खादय पदार्थो में अपनी जरूरत के मुताबिक प्रोटीन लेते है तो आपके षरीर प्रोटीन की कमी ही नहीं होगी।
प्रोटीन की कमी के संकेत
खाने की लालसा
जब आपकी बाॅडी में प्रोटीन की कमी होती है तो आपको बार बार भूख लगती है। हम ऐसे में ज्यादातर ऐसे खादय पदार्थो का सेवन करते है जो हमारी सेहत की दृष्टि से फायदेमंद न होकर नुकसानदायक है। ऐसे में जरूरी है कि आप प्रोटीनयुक्त खादय पदार्थो का सेवन करे। जैसे यदि आप मांसाहारी है तो चिकन सैंडवीच और यदि षाकाहारी है तो दाल का सूप बना कर पी सकते है ये आपको फायदे के साथ आपकी प्रोटीन की आवष्यकता की पूर्ति भी करेगे।
बालों का पतला होना
यदि आपको लगे की आपके बाल या पतले होते जा रहे हैं या नहाते वक्त या कंघी करते समय झड़ रहे है तो हो सकता है की आपको प्रोटीन की कमी हो रही हो। बाल मुख्यतः एक विशेष प्रकार के प्रोटीन केराटिन से बने होते है। जब शरीर में प्रोटीन कम पहुंचता है तो शरीर दुसरे जरुरी काम जैसे प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए पहले काम में लिया जाता है। इसलिए प्रोटीन की कमी का पहला संकेत बालों के गिरने से मिलता
है। प्रोटीन युक्त आहार आपके बालों की खूबसूरती बढ़ाने का काम करता है। बाल प्रोटीन से ही बनते हैं और खाने में उचित प्रोटीन लेकर आप आपने बालों को चमकदार, मजबूत और खूबसूरत बनाए रख सकते हैं। शरीर में प्रोटीन की मात्रा सही रखना बहुत आवश्यक है इसलिए प्रोटीन तत्व जैसे सोयाबीन और सोया से बने उत्पाद, दाल, दूध-दही और नट्स आदि का सेवन बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।
नाखूनों और त्वचा का कमजोर होना
सौंदर्य के लिहाज से भी प्रोटीन बेहद जरूरी माना जाता है. अगर सही मात्रा में प्रोटीन नहीं लिया गया तो इसका नकारात्मक असर त्वचा और नाखूनों पर देखा जा सकता है. प्रोटीन की कमी से त्वचा बेजान और सूखी नजर आने लगती है साथ ही नाखून नाजुक होने लगते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप प्रोटीनयुक्त भोजन खाएं।
अक्सर थकान महसूस होना
आहार में पर्याप्त प्रोटीन्स के बिना एंटीबाॅडीज का निमार्ण नहीं हो पाता और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। प्रोटीन्स की कमी के कारण पर्याप्त मात्रा में एंजाइम्स भी नहीं बन पाते जो पाचन को प्रभावित करता है और शरीर द्वारा पोशक तत्वों के उपयोग करने की क्षमता को बाधित करता है। हमें कोई भी कार्य करते हुए थकावट महसूस होने लगती है। और हम अपने आपकों ही दोष देने लगते है।
प्रोटीन की कमी से होने वाली मसूडों की बीमारियां
मसूड़ों की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। लेकिन 35 वर्ष की उम्र के बाद मसूड़ों की बीमारी का खतरा बढ जाता है। और अगर शरीर में प्रोटीन की कमी हो तो इस उम्र में हर चार में से तीन लोग मसूड़ों की बीमारी से पीड़ित होते हैं। पेरियोडोंटाइटिस दांतों की समस्या ज्यादातर प्रोटीन की कमी के कारण भी होती है प्रतिदिन 1000 मिलीग्राम प्रोटीन और विटामिन खाने से मसूडों की समस्या कम होती है।
जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द
अक्सर लोगों में जोड़ो और मांसपेषियो में दर्द बना रहता है। इसका ज्यादातर कारण प्रोटीन की कमी होना है। प्रोटीन में सिनोविअल फलूइड होता है जो जोड़ों में मौजूद रहकर उन्हे लचीला बनाता है। प्रोटीन की कमी होने से फलूइड कम बनता है जिससे हमें जोड़ो और मांसपेषियों में दर्द होना षुरू हो जाता है।
नींद नहीं आना
नींद के लिए बॉडी को सेरोटोनिन अमीनो एसिड की जरूरत होती है। ये प्रोटीन की वजह से बनते हैं। इसलिए प्रोटीन की कमी से नींद न आने की शिकायत होती है। और अक्सर रात में भी नींद टूट जाती है। यह इसलिए होता है क्यों कि हमारा शरीर शुगर और कार्बोहाइड्रेट मांगता है जिससे दिमाग आराम नहीं कर पता है।
वजन बढ़ना
अगर आपका वजन बढ़ रहा है तो आपके आहार में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा है और प्रोटीन की काम। प्रोटीन चयापचय बढ़ता है जिससे शारीरिक काम ज्यादा करते हैं और आपका वजन कम होने लगता है। इसलिए आपके आहार में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ा दें जिससे आप मानसिक रूप से फिट रहें और स्लिम भी।
प्रोटीन की कमी कैसे दूर करें
भोजन में अधिक प्रोटीन वाली चीजें शामिल करें। दूध , पनीर , दही , अंडे , दाल , राजमा , सोयाबीन , मसूर , फलियाँ , बादाम , पिस्ता,काजू आदि मेवे , मूंगफली , मक्का , गेहूँ ,आदि साबुत अनाज , सब्जी आदि पर्याप्त मात्रा में अपने भोजन में शामिल करें। एक पुरुष कोलगभग 56 ग्राम और महिला को 46 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
No comments:
Post a Comment