आज की जीवनषैली में फिट रहने के लिए नियमित एक्सरसाइज जरूरी है।लेकिन एकसरसाइज सही ढंग से और अपने ष्षरीर की जरूरत को ध्यान में रखकर की जाए तभी लाभदायक हो सकती है।सही समय,सही तरीके और नियम से की गई एक्सरसाइज से लंबे समय तक फिट रहना आसान होता है।लेकिन हफते भर में फिट हो जाने के लिए ओवर एक्सरसाइज नुकसानदेह हो सकती है।यहां फिटनेस फस्र्ट के इंस्ट्क्टर रवि अरांेड़ा बता रहे है,‘‘ कि ओवर एक्सरसाइज कैसे हो सकती है नुकसानदेह।
अगर आपने देर षाम को जरूरत से ज्यादा वर्कआउट किया है-
ओवर एक्सरसाइज के कारण आप अजीब सा महसूस करते है।तीन से चार घंटे लगातार मषीन पर रहने से थकान महसूस होती है।बजाय ताजगी महसूस करने के सुस्ती औरउदासी लगती है।अति किसी भी चीज की बुरी होती है।फिर चाहे वह एक्सरसाइज ही क्यों न हो।इसके निम्न कारण हो सकते है-
-जरूरत से अधिक उत्साहित ट्ेनर
-कम समय मे अधिक सुंदर होने की चाहत
-इंस्ट्क्टर तजुर्बेदार कम हो।साथ ही आपके ष्षरीर के मुताबिक एक्सरसाइज प्रोग्राम न कराए।आम एक्सरसाइज कराएं
-कम दिनों में परफेक्ट बाॅडी पाने की होड़ और दसूरे से बेहतर दिखने की तमन्ना के कारण एक ही दिन मे ंअधिक से अधिक वर्कआउट करना।
क्यों है नुकसानदेह
ओवर ट्ेनिंग या एक्सरसाइज आपके ष्षरीर को कितना नुकसान पहुंचा सकती है,यह हम सोच भी नही ंसकते।इसमें इंटरनल इुंजरी का खतरा बढ़ सकता है। मसलन एक ही दिन मे ंअधिक ट्ेनिंग करने से दूसरे दिन आलस्य आना और वर्कआउट करने का मन न करना,अनिद्रा,हृदय की धड़कने और ब्लड प्रेषर का असंतुलित होना।
कैसे निष्चित करें अपनी सीमा
आपको एक दिन में कितनी एक्सरसाइज करने की आवष्यकता है यह आपके काम करने के तरीके और फिटनेस लेवल पर निर्भर करता है।अगर आपने लंबे समय से कोई वर्कआउट नहीं किया है और एक दिन अचानक पांच किलोमीटर दौड़ लगाएं तो निष्चित ही वह आपके ष्षरीर के प्रतिकूल होगा।
एक वर्कआडट प्रोग्राम में समय,इंटेंसिटी ,तरीका और पुनरावृति इन सारी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।अगर आप इनमें से किसी एक पहलू को बढ़ाना चाहते है तो इस बात का ध्यान जरूर रखें कि किसी दसरे पहलू को कम करके एक पहलू को बढ़ाएं ताकि संतुलन बना रहें।उदाहरण के लिए अगर आप हफते मे ंचार बार माॅडरेट इंटेंसिटी मे ंट्ेड मिल तीस मिनट तक करते हैं और समय अवधि बढ़ाकर 50मिनट तक करना चाहते हैं तो याद रखें कि हफते मे ंचार बार के बजाय दो तीन बार ही ऐसा करना पर्याप्त होगा।
एक्सरसाइज करने मे बोरियत न हो इसके लिए अपने प्रोग्राम में कुछ नई और अपनी पसंदीदा एक्सरसाइज ष्षामिल करें।जिसे अदल बदल कर किया जा सके।मसलन एक दिन स्विमिंग करें तो दूसरे दिन साइक्लिंग विविधता लाने से आप ओवर ट्ेनिंग के नुकसान से बच सकते है।मस्ती और जोष के साथ अपने फिटनेस का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं।
तय करें एक्सरसाइज लेवल
एक दूसरा मुख्य पहलू यह है कि अगर आप पहले हफते एक्सरसाइज प्रोग्राम में हाई इंटेंसिटी वर्कआउट कर रहे हैं तो दूसरे हफते में लो इंटेंसिटी वर्कआउट होना या पयाप्र्त आराम करना जरूरी है।उदाहरण के लिए अगर आप पीठ के लिए हाई इंटेंसिटी वर्कआउट कर रहे है तो इस बात का ध्यान रखें कि दोबारा ऐसा वर्कआउट करने से पहले आपकी पीठ को पूरा आराम मिल सके।अगर आप मैराथन की ट्ेनिंग ले रहे है तो यह बात महत्वपूर्ण है कि आप ओवर ट्ेनिंग न करें।फाइनल डे के पहले के हफते तक एकदम लो इंटेंसिटी वर्कआउट करें।संतुलन बनाना बेहद आवष्यक हैं ।वरना मांसपेषियों मे खिंचवा,चोट या सूजन जैसी समस्याओं का समाना करना पड़ेगा।
एक्सरसाइज के साथ जरूरी है अपने खाने पिने पर ध्यान देना। वाकई में आप फैट को हटाना चाहते हैं तो सही और संतुलित आहार महत्वपूर्ण है।कहने का मतलब यह कि फैट कम करने के लिए सही आहार एक्सरसाइज से सौ गुना बेहतर होता है।आप जरूरत से अधिक वर्कआउट न करें बल्कि जो भी करें स्मार्टनेस के साथ करें।फिटनेस के चार मंत्रों को अपने अमल म ेंले आएं-व्यावहारिक एक्सरसाइज प्रोग्राम,वर्कआउट ष्षेड्यूल में विभिन्नता,अच्छा न्यूट्ीषन प्लान और पर्याप्त आराम।
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