यदि सब्जियों की बात की जाए तो मषरूम काफी लोकप्रिय सब्जी है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गो को सभी की पसंदीदा है साथ ही इसमें और सब्जियों की तुलना में अधिक पोषक तत्व पाएं जाते है। मशरूम प्रोटीन में लाइसिन नामक अमीनों अम्ल अधिक मात्रा में होता है जबकि गेहूँ, चावल आदि अनाजों में इसकी मात्रा बहुत कम होती है यह अमीनों अम्ल मानव के सन्तुलित भोजन के लिये आवश्यक होता है। मशरूम में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट हमें भंयकर फ्री रेडिकल्स से बचाता है। इसको खाने से शरीर में एंटीवाइरल और अन्य प्रोटीन की मात्रा बढती है, जो कि कोशिकाओं को रिपेयर करता है। यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है जो कि माइक्रोबियल और अन्य फंगल संक्रमण को ठीक करता है। इसलिए जरूरी है कि आप मषरूम के फायदे और नुकसान के साथ इसे किस तरह इस्तेमाल में लाएं को जानिए-
मषरूम के फायदे-
-मषरूम हमारे मैटाबाॅलिज्म को दुरूस्त रखने का कार्य करता है। इसमें विटामिन बी होती है जो भोजन को ग्लूकोज में बदल कर उर्जा पैदा करता है।
-ब्लड प्रैशर जैसी बीमारी को भी कट्रोल करने में मदद करता हैं जो लोग इस बीमारी से परेशान हैं उन्हें मशरुम का सेवन अवश्य करना चाहिए ।
-कार्बोहाइड्ेट की पर्याप्त मात्रा होने के कारण यह कब्ज, अपचन, अति अम्लीयता सहित पेट के विभिन्न विकारों को दूर करता है साथ ही शरीर में कोलेस्ट्राल एवं शर्करा के अवशोषण को कम करता है।
-मशरूम वह सब कुछ देगा जो मधुमेह रोगी को चाहिये। इसमें विटामिन, मिनरल और फाइबर होता है। साथ ही इमसें फैट, कार्बोहाइड्रेट और शुगर भी नहीं होती, जो कि मधुमेह रोगी के लिये जानलेवा है। यह शरीर में इनसुलिन को बनाती है।
-इसमें लीन प्रोटीन होता है जो कि वजन घटाने में बडा कारगर होता है। मोटापा कम करने वालों को प्रोटीन डाइट पर रहने को बोला जाता है, जिसमें मशरूम खाना अच्छा माना जाता है।
-इसमें सोडियम साल्ट नहीं पाया जाता है जिसके कारण मोटापे, गुर्दा तथा हदय घात रोगियों के लिये आदर्श आहार है। हदय रोगियों के लिये कोलेस्ट्राल, वसा एवं सोडियम साल्ट सबसे अधिक हानिकारक पदार्थ होते हैं।
-मशरूम में लौह तत्व यधपि कम मात्रा में पाया जाता है लेकिन उपलब्ध अवस्था में होने के कारण रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाये रखता है साथ ही इसमें बहुमूल्य फोलिक एसिड की उपलब्धता होती है जो केवल मांसाहारी खाध पदार्थो से प्राप्त होता है। अतरू लौह तत्व एवं फोलिक एसिड के कारण यह रक्त की कमी की शिकार अधिकांश ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों के लिये सर्वोत्तम आहार है।
कैसे करे मषरूम का सेवन
मषरूम को स्नैक्स की तरह खाएं‘-
यदि आप मषरूम को अपने भोजन में इस्तेमाल करना चाहते है और खासकर स्नैक्स के रूप में तो इसे पैन में आॅलिव आॅयल डालकर पकाएं। मशरूम में काफी मात्रा में पानी मौजूद होता है, इसलिए पकाते समय वह सिकुड़ जाते हैं। यह भी ध्यान रखें कि मशरूम बड़ी जल्दी फैट सोख लेता है, इसलिए हमेशा मशरूम पकाते समय अच्छी क्वालिटी का मक्खन या तेल इस्तेमाल करें। इसे तेल में भून कर मसाले डालकर स्वादिष्ट बना सकते है। यदि आप मषरूम को तलना नहीं चाहते है तो इसे ग्रिल या आॅवन में बेक किया जा सकता हे।
मशरूम को अंडे के साथ पकाएं
यदि आपको अंडा पसंद है तो आप अंडे के साथ मषरूम को बना सकते हैं इसके लिए आप अंडे के साथ मषरूम को छोटे छोटे पीस में कट करके भून सकते हैं साथ ही इसमें लहुसन और अदरक डालेंगे तो ये और भी स्वादिष्ट और फायदेमंद रहेगा।
झटपट एपिटाइजर बनाने के लिए भरवा मशरूम बनाएं
यदि आपको कुछ अलग हट कर मषरूम का इस्तेमाल करना है तो इसमें स्टफिंग की जा सकती है यह व्यंजन कई रेस्तोरां और पार्टीज में परोसा जाता है। विभिन्न प्रकार के स्टफिंग और भरावन का प्रयोग करें। यह रचनात्मक और मजेदार अनुभव हो सकता है।
मशरूम को साधारण व्यंजन में मिलाए
आप इसका इस्तेमाल किसी भी व्यंजन में मिलाकर कर सकते है जैसे मटर मषरूम,आलू मषरूम आदि। इससे उस व्यंजन का स्वाद और मिश्रता बढ़ती है। साथ ही ये और भी अधिक हेल्दी बन जाता है।
बेसिक मशरूम सूप बनाना
हेल्दी रहने के लिए हमें अपने डेली रूटिन बहुत सी चीजों को षामिल करना होता है और वैसे भी अब जब सर्दियां चल रही है तो ऐसे में सूप आपको काफी फायदा पहुंचाएगा। मषरूम का आप सूप भी बना सकते हैं इसके लिए आप इसे चिकन के साथ बनाएं ये और भी फायदेमंद साबित होगा।
सुखाए हुए मशरूम का इस्तेमाल करना
सुखाए गए मशरूम खरीदेंरू आपको किसी भी सब्जी के दुकान में यह मिल जाएगा। पहले इस तरह के मशरूम बहुत ज्यादा महंगे हुआ करते थे, परंतु अब यह सस्ते हो गए हैं। इस मशरूम से यह फायदा है कि इसकी थोड़ी सी मात्रा भी मशरूम के व्यंजन में अधिक स्वाद ला देती है।
टिप्स
-मशरूम के बारे में जानने के बाद भी, शुरूआत में थोड़ा सा ही मशरूम इस्तेमाल करके निश्चित करके देख लें कि इससे आपपर कोई विपरीत असर नहीं हो रहा है।
-अगर मशरूम के बारे में आपको थोड़ी सी भी शंका है, तो उन्हें तुरंत फेंक दें।
- बाजार से हमेशा ही ताजे, बिना धुले मशरूम लें और खुद साफ करे।
- मशरूम को एक बर्तन में रखें और उन पर इतना आटा छिड़के कि वे ढक जाएं. इसके बाद थोड़ा पानी छिड़कें और जोर से दबाए बिना हाथ से रगड़कर साफ करें।
- आटे से मशरूम की मिट्टी हट जाएगी और वे साफ हो जाएंगे. बेहतर परिणाम के लिए आप यह प्रक्रिया दोहरा भी सकते हैं।
- इसके बाद साफ पानी से धोकर इस्तेमाल करें।
मशरूम के नुकसान
-अधिक मात्रा में मशरूम का सेवन करने से एलर्जी हो सकती है।
-मशरूम अधिक मात्रा में खाना पेट और आँतों के लिए नुकसान दायक है।
-गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करा रहीं महिलाओं के लिए मशरूम का सेवन करना नुकसानदेह है।
-छोटे बच्चों के लिए मशरूम का सेवन करना हानिकारक हो सकता है।
-कच्चे मशरूम खाने से एलर्जी और दमा जैसी अन्य बीमारियाँ हो सकती हैं।
मशरूम के गिल्स हल्के गुलाबी रंग या ज्यादा गहरे रंग के नहीं होना चाहिए।
सलाह
-अगर मशरूम की टोपी स्वच्छ, साफ, और बिना दाग लगे या दबे होते हैं, तब मशरूम ताजे होते हैं।
-लसलसा या दाग वाले मशरूम का इस्तेमाल न करें।
-मशरूम को ज्यादा न सोखें या इन्हें ज्यादा पानी में सोखें।
-मशरूम को प्लास्टिक बैग में स्टोर नहीं करना चाहिए, क्योंकि मशरूम को हवा लगती रहनी चाहिए। प्लास्टिक बैग में द्रवण निर्माण होता है जिससे मशरूम सोखते हैं।
-मशरूम को 1-2 दिनों के लिए पेपर बैग में रखकर रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें।
-मशरूम को ज्यादा न पकाएं। नहीं तो वह रबर जैसे बन जाएंगे।
आयुर्वेदिक डाॅक्टर षैलेज जैन से बातचीत पर आधारित
No comments:
Post a Comment